वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग
१४ जून, २०१४
आई.आई.एम.टी, ग्रेटर नॉएडा
प्रसंग:
क्या चाहत ही सुख और दुःख का कारण है?
सुख क्या हैं?
दुःख क्या है?
क्या सुख और दुःख एक हैं?
क्या सुख-दुःख का चक्र चलता रहता है?
सुख-दुःख के परे कैसे जाया जा सकता है?
संत दुःखी क्यों प्रतीत होते है?
क्या संत संसार छोड़ देता है?
जीवन में दुःख क्यों?
सब जग जलता देख कर भया "कबीर" उदास ऐसा क्यों बोलै जा रहा हैं?